हिन्दी लव शायरी
तुम भी शबनम छूकर देखो
कुछ हाथ आए तो बताना,
चमक कितनी रह गयी है बाकी
आफ़ताब सो जाए तो बताना ।
एक अजीब सा दौर गुजरा था जिंदगी में
महफिल थी मुझसे और तन्हा भी मैं था
…………..By हिमांशु श्रीवास्तव
This post was last modified on September 29, 2024 3:38 PM