युद्ध के दौरान युद्धबंदी के अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए इंटरनेशनल प्रोटोकॉल के तहत जेनेवा कन्वेंशन लागू किया गया था, जिसका मकसद युद्ध के दौरान युद्धबंदियों के मानवीय मूल्यों की रक्षा करना हैं, साथ ही जिनेवा कन्वेंशन में युद्धबंदियों से जुड़े सभी अधिकारों का उल्लेख इस प्रकार से है
जिनेवा कन्वेंशन क्या है
1. जिनेवा कन्वेंशन के मुताबिक युद्ध के दौरान घायल होने वाले युद्धबंदियों उचित खाना-पीना देना और उनका अच्छे तरीके से इलाज होना चाहिए
2. जिनेवा कन्वेंशन के मुताबिक के दौरान युद्धबंदियों के साथ को गलत व्यवहार नहीं होना चाहिए
3. युद्धबंदियों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव (जाति, धर्म या रंग-रूप) नहीं होना चाहिए
4. युद्धबंदियों के चित्र, विडियो या अन्य चीजें दिखाया जाना भी जिनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन है
5. युद्धबंदियों को कानूनी सुविधा भी मुहैया करना होगा
6. जिनेवा कन्वेंशन के तहत युद्धबंदियों को डराना, धमकाना, अपमानित करना भी जिनीवा कन्वेंशन का उल्लंघन है
7. युद्धबंदियों पर मुकदमा चलाया जा सकता है, जो अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों के आधार पर होगा
8. युद्ध ख़त्म होने के बाद युद्ध के दौरान रखे युद्धबंदियों को उनके देश वापस लौटाना होता है
9. युद्धबंदियों से सिर्फ उनके नाम, रैंक, यूनिट और सर्विस नंबर के बारे में पूछा जा सकता है, अन्य कोई जानकारी जबरन पूछना जिनीवा कन्वेंशन का उल्लंघन है
10. संधि के तहत युद्धबंदी को खाने-पीने और जरूरत की सभी चीजें दी जाती हैं