पाखंडी बाबा राम रहीम कैसे अपने जाल में फंसा लेता था साध्वियों को, हमारे देश में अंधभक्तों की कोई कमी नहीं
हिंदुस्तान एक बाबा प्रधान देश है। यहां बहुत तरह के बाबा पाये जाते है, बाबियां भी खूब है। लगता है देश गांधीगिरी, गुंडागिरी और दादागिरी को छोड़ बाबागिरी पर चल रहा है। बाबागिरी के आगे देश का संविधान भी बौना लगता है। अंधभक्त को तो हरेक बाबा में भगवान दिखता है। लेकिन बाबा को हरेक खूबसूरत भक्त में गंदा पाप दिखता है। बाबा के दिल में कुछ-कुछ की जगह बहुत कुछ होता है।
राम रहीम की काली कहानी
रात के सन्नाटें में एयर कंडीशनर कमरे की चकाचौंध में बाबा के अलग अवतार के दर्शन होते है। बाबा भूखे शेर की तरह अपने शिकार पर टूट पड़ता है। शिकार चिल्लाता है, आवाजें दबा दी जाती है। बाबा पूरी तरह से अपना चरित्र उजागार करने को उतारू हो जाता है। बेबस साध्वी को अब बाबा चमत्कार जिसे दूसरी भाषा में (रेप) कहते है वो कर चुका होता है। पूरी रात बाबा चमत्कार पर चमत्कार करता है।
लेकिन डेरा सच्चा सौदा के मुखिया गुरमीत राम रहीम सिंह के चमत्कार कांड को भक्त सोने के अक्षरों में लिखते है। जय जयकार होती है। ना जाने कितने भक्तों का बाबा ने अंधेरी गुफा में अपने गंदे इरादों से कल्याण किया होगा। कितनों ने समाज के डर से और बाबा के ऊंचे कद को देखकर खामोशी का कपड़ा ओढ़ लिया होगा। ये बात तो सिर्फ ये ढोंगी बाबा ही जाने।
अंध भक्तों की वजह से बाबाओं की चांदी
इस देश को गुलाम बनाने के लिए किसी ठोस राजनीति की जरूरत नहीं है, यहां एक बाबा के पीछे अंध भक्त दौड़े चले आते है। इतना ही नहीं बड़े-बड़े पदों पर बैठने वाले लोग भी इस अंधभक्ति का बड़ा हिस्सा है। बाबा पर सवाल उठाने वालों की जुबानें बंद कर दी जाती है। बसें फूंक दी जाती है, भक्तजन तांडव मचाने लगते है। कोर्ट भी बाबा के खिलाफ कोई फैसला लेने से घबराता है।
इसलिए 15 साल तक बाबा की गर्दन तक कोई भी हाथ नहीं डाल पाया। बाबा कभी एक्शन हीरो की तरह बाइक पर स्टंट करता है, तो कभी समंदर की उफनती लहरों के बीच नाव चलाता है। फिल्मों का नायक बनता है, तो फिल्म में काम करने वाली अभिनेत्रियों को आशीर्वाद भी देता है। और अगर किसी नायिका पर दिल आ जाए तो चमत्कार भी कर देता है।
भक्ति की आड़ में पहना राक्षसों वाला मुखौटा
डेरा का ये बाबा आस्था का मुखौटा पहन कर धर्म के नाम पर जमकर गंदा खेल रचता है। सुबह से शाम तक राम रहीम और शाम ढ़लते ही रोमियों के किरदार में घुस जाता है। हजारों एकड़ में फैला बाबा का साम्राज्य किसी स्वर्ग से कम नहीं है, ये कोई छोटा-मोटा बाबा नहीं है, बल्कि बहुत बड़ा चमत्कार दिखाने वाला बाबा राम रहीम है। बाबा खराब आदतों के कारण अपना धर्म भूल जाता है, और एक साध्वी को अपना निशाना बना लेता है। आखिर में बाबा कोर्ट के कठघरे में हाथ जोड़कर खड़े होता है। रहम की भीख मांगता है, कानून कब तक अपना मजाक बनवाता, बाबा को कोर्ट दोषी करार दे देता है। बाबा की लगाई आग से आधे से ज्यादा देश में बर्बादी का मंजर दिखाई देता है, लेकिन कोर्ट के एक फैसले के बाद बाबा का साम्राज्य खत्म हो जाता है।
बाबाओं की ये लिस्ट बड़ी लंबी है
देश के नामी बाबाओं जैसे आसाराम, रामपाल, नित्यानंद, परमानंद की लिस्ट में बाबा राम रहीम का भी नाम जुड़ जाता है। ना जाने ये भक्त किस मिट्टी के बने है, दूसरे ही दिन ये अंधभक्त किसी दूसरे बाबा को ढूंढ कर अपनी श्रद्धा की उपासना करना शुरू कर देते है। इसके बाद दूसरे बाबाओं का खेल शुरू हो जाता है।