नटवरलाल के किस्से
अगर आप इस दुनिया में रहते है तो जाहिर है आपने चोरों से जुडी बहुत सी दास्तानें सुन रखी होंगी लेकिन क्या आप जानते है कि इस देश में एक ऐसा भी चोर गुजरा है कि जिसने सांसद से लेकर विश्व के महानतम स्थापत्य कला के नमूने ताजमहल को भी बेच कर रख दिया था। जी हां तो आइये बात करते है नटवरलाल की यानि एक ऐसा चोर जिसने वो किया जिसे करने में भारत ही क्या दुनिया का कोई भी चोर कामियाब नहीं हो सकता। नटवरलाल की जिदंगी से बॉलीवुड भी काफी इंस्पायर हुआ और इस थीम पर कई फिल्में भी बनी लेकिन लोग आज भी नही जान पाए कि आखिर ये नटवरलाल कौन था।
असली नटवरलाल
चोरों के आइडियल माने जाने वाले मिथलेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ़ “नटवरलाल” ने अपनी जिंदगी में बहुत से ऐसे काम किये जो आश्चर्यचकित करने के साथ ही भृमित करने वाले भी है। नटवरलाल की असल जिंदगी के बारे में बात करें तो वो पेशे से वकील थे लेकिन उनकी एक खूबी थी कि वो किसी भी व्यक्ति के सिग्नेचर को कॉपी कर सकते थे और शायद यही वजह है कि उनकी ये कला ही उन्हें चोरबाजारी के शोबे का उस्ताद बना गयी ।
नटवरलाल ने अपनी इस कला और भेष बदलने की क्षमता के बलबूते बहुत से बिजनेसमैन और उद्योगपतियों को बेवकूफ बनाया यहाँ तक कि उन्होंने देश की ऐतिहासिक धरोहर और मुगलों की शान रहे ताजमहल को भी विदेशी सैलानियों के हाथों बेच दिया।
नटवरलाल यही पर ही नही ठहरे उन्होंने अपनी इस कला के प्रदर्शन से सांसदों को भी उस वक़्त अभिभूत किया जब उन्हें ये पता चला कि किसी नटवरलाल के जरिये इस संसद और सदन में मौजूद जन प्रतिनिधियों को विदेशी फर्म के हाथों बेचा जा चूका है।
सजा
मिथलेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ़ नटवरलाल पर धोखाधडी और सरकारी सम्पतियों को बेचने के आरोप में 14 केस दर्ज किये गए जिसके नतीजे में उन्हें 113 साल की सजा सुनाई गयी लेकिन नटवरलाल यहाँ भी अपने करतब दिखाने से बाज न आये और वो सिर्फ 20 साल ही जेल में रहे बकिया पूरी उम्र उनके और पुलिस के दरमियान लुकाछुपी का खेल चलता रहा।
नटवरलाल बहुत चालाक चतुर इंसान थे। इन से ज्यादा चतुर इंसान आज तक नहीं हुआ, मैंने इनकी पूरी जीवनी पढ़ी है।
वाकई में नटवरलाल बहुत चालाक इंसान थे।