लखनऊ। सपा के कुनबे में पिता और बेटे में विवाद जारी है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाकर मुलायम सिंह यादव को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया था। जिसको लेकर मुलायम सिंह यादव जवाबी हमला कर सकते हैं। सपा के मुलायम पक्ष की तरफ से कहा गया है कि अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने का कोई अधिकार नहीं है क्योकि पार्टी से निकालने का फैसला अस्थायी है। उनको पार्टी में वापस लेने की कागजी कार्रवाई अभी पूरी नहीं हुई है।
निष्कासन को वापस लेने में एक शर्त यह भी थी कि वो कोई अधिवेशन नहीं बुला सकते। मुलायम पक्ष ने दावा किया है कि चुनाव आयोग के सामने उनका पक्ष मजबूत है क्योकि अधिवेशन केवल राष्ट्रीय अध्यक्ष ही बुला सकता है पार्टी द्वारा अयोग्य घोषित किसी भी सदस्य को अधिवेशन बुलाने का कोई हक नहीं है। अधिवेशन होने से निष्कासन वापस नहीं हुआ इसलिए अखिलेश यादव और रामगोपाल द्वारा अधिवेशन में लिया गया कोई भी फैसला मान्य नहीं होगा।