हिंदी शायरी

हिन्दी शायरी

अब और क्या दे हम तुम्हे अपने दिल के सिवा..
तुमको हमारी उम्र लग जाये।

कुछ वक़्त खामोश हो के देखा…
लोग सच में भूल जाते हैं..

पर क्या लगे.. कि घोंसले से उड़ गए सभी…
माँ फिर अकेली रह गयी.. बच्चो को पाल कर…

बारिश भी नाराज है आजकल हमारे शहर में…
सुना है.. वो छत पे भीगने नही आते…

मैं नाराज़गी में बात करना छोड़ सकता हूँ..
मगर मुहोब्बत करना नही छोड़ सकता।

तुम होती तो बस इतना होता.. कि मैं जी रहा होता।

और क्या देखने को बाकी है.. तुमसे दिल लगा के देख लिया।

अप्रैल फूल ही बनाने के बहाने,
हाँ कह दो तुम यूँ ही आज।

…………..By Bhanesh Aswal

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3 Comments

  1. Ek din shahar hum nikle dil me kuch arman the ek taraf thee zopdiya ek taraf shamshan thee pawn tale ek haddi aai uske yahi bayan thee chalne wale jara sambhlke chal hum bhi kabhi insan the. Agar janwja nikle mera kafan tu chadha dene koi puche kaise mara majbure mohabbat bata dena.

    1. हिंदी शायरी.. Bahur khoob…

    2. Wah Arun, Gajab ki Shayari.

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